गुरुवार, 2 जुलाई 2020

नए समझौते ने कनाडा-भारत अकादमिक सहयोग के लिए खोला दरवाजा...

संवाददाता : रुड़की उत्तराखंड 


भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) रुड़की ने कनाडा के अलबर्टा यूनिवर्सिटी के साथ ज्वाइंट डॉक्टरेट डिग्री प्रोग्राम (जेडीपी) प्रदान करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किया है। इस सहयोग के तहत जेडीपी अकादमिक आदान-प्रदान के लिए दो-तरफा रास्ता बनाएगा, जहां अलबर्टा यूनिवर्सिटी और आईआईटी छात्रों को छह महीने से एक साल तक साथी संस्थान में शोध करने का असवार मिलेगा।



साथ ही उन्हें अंतरराष्ट्रीय अनुभव और स्नातक स्तर के ऊपर विशेष प्रमाण प्रदान किया जाएगा। आईआईटी रुड़की, आईआईटी बॉम्बे और आईआईटी खड़गपुर के साथ भारतीय और कनाडाई छात्रों को जेडीपी प्रदान करने वाले तीन आईआईटी में से एक है। इस कार्यक्रम के तहत, प्रत्येक सहयोगी संस्थान ज्वाइंट डिग्री प्रोग्राम के लिए प्रत्येक शैक्षणिक वर्ष में अधिकतम दो (2) ज्वाइंट डिग्री छात्रों को प्रवेश देगा। इस समझौते के संबंध में आईआईटी रुड़की के डायरेक्टर प्रो. अजीत के. चतुर्वेदी ने कहा कि, “यह समझौता शिक्षा के क्षेत्र में भारत-कनाडा संबंधों को मजबूत करने के लिए एक नया अध्याय शुरू करेगा। आईआईटी रुड़की 1980 के दशक से अलबर्टा यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर दीर्घकालिक अनुसंधान सहयोग को बढ़ाने और औपचारिक रूप देने के लिए तत्पर है।


हमारे छात्रों के प्रदर्शन की गुणवत्ता में सुधार के अलावा, जेडीपी समझौते से हमारे अनुसंधान सहयोग को और अधिक ऊंचाई मिलने की उम्मीद है।“अपने जेडीपी के दौरान, अलबर्टा यूनिवर्सिटी और आईआईटी के प्रोफेसर ज्वाइंट सुपरवाइजर के रूप में काम करेंगे तथा छात्रों को उनके डॉक्टरेट अध्ययन के दौरान शोध करने के लिए अनुसंधान परियोजनाओं की पहचान करवाएंगे। अलबर्टा यूनिवर्सिटी और भाग लेने वाले आईआईटी दोनों ने डॉक्टरेट फेलोशिप बनाने पर सहमति जाहिर की है, जो जेडीपी छात्रों को उनकी पढ़ाई की अवधि के दौरान आवास और भोजन की लागत का खर्च वहन करने के लिए मासिक वजीफे के रूप में वित्तीय सहायता प्रदान करेगी।


इस समझौते के लाभ को लेकर अलबर्टा यूनिवर्सिटी के प्रेजिडेंट डॉ. डेविड एच. टरपिन ने कहा, “इन कार्यक्रमों से डॉक्टरेट छात्रों को दृष्टिकोण और कौशल प्रदान करने के नए अवसर पैदा होते हैं जो एक वैश्विक समाज को लाभान्वित करेगा। जब हम आईआईटी जैसे प्रमुख अंतरराष्ट्रीय संस्थानों से जुड़ते हैं, तो हम टीचिंग, लर्निंग और रिसर्च के लिए नई क्षमता का विकास करते हैं।” जहां दुनिया भर के कई अन्य देशों ने जेडीपी के माध्यम से आईआईटी के साथ अपने सहयोग को मजबूत करने से सफलता पाई है वहीं, अलबर्टा एकमात्र कनाडाई यूनिवर्सिटी है जिसने इस समय ऐसे कार्यक्रम स्थापित किए हैं।