संवाददाता : भोपाल मध्यप्रदेश
चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग गुरूवार नई दिल्ली में केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन से मुलाकात कर प्रदेश में आगामी 19 और 20 फरवरी को चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित मंथन 2021 के उद्घाटन समारोह के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने बताया कि इसमें देश के चिकित्सा शिक्षा क्षेत्र में कार्य कर रहे प्रतिष्ठित विशेषज्ञों की सहभागिता होगी। साथ ही प्रदेश को आत्म-निर्भर बनाने के लिए ईज ऑफ हेल्थ सर्विसेज की दिशा में उठाये गये कदमों की विस्तार से जानकारी दी।
सारंग ने बताया कि कोविड-19 के दौरान विभिन्न स्वास्थ्य सेवाओं एवं संक्रामक बीमारियों की टेस्टिंग के लिए आधारभूत संरचना का विकास किये जाने की जरूरत महसूस की गई। उन्होंने आग्रह किया कि सभी 13 शासकीय चिकित्सा महाविद्यालयों में बीएसएल-2 स्तर की लेब्रोटरी उन्नयन कर बीएसएल-3 स्तर की लेब्रोटरी स्थापित किये जाने की मांग की। इसके लिए तकनीकी और वित्तीय सहायता उपलब्ध कराने का अनुरोध किया।साथ ही राज्य में वैक्सीन निर्माण के क्षेत्र में नवाचार एवं भविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए प्रदेश में राज्य स्तर के फार्मेसी संस्था को विकसित किये जाने की आवश्यकता जताई।
सारंग ने राज्य में जन स्वास्थ्य एवं एपीडोमाइलोजी के क्षेत्र में वर्तमान परिदृष्य में अनुसंधान की आवश्यकता बतायी। इसके लिए राज्य में चिकित्सा अनुसंधान को प्रोत्साहित एवं सुदृढ़ करने की जरूरत बताते हुए कहा कि इसके लिए रिसर्च सेंटर फार पब्लिक हेल्थ एण्ड एपीडोमाइलोजी को केन्द्र सरकार द्वारा स्थापित करने के लिए तकनीकी और वित्तीय सहायता प्रदान करने की मांग की।