संवाददाता : भोपाल मध्यप्रदेश
कुटीर, खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा है कि आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के लिये कुटीर एवं खादी ग्रामोद्योग के अंतर्गत तैयार किये उत्पाद आधुनिक फैशन एवं समय की माँग के अनुसार तैयार कराये जायें। इसके लिये विशेषज्ञों की मदद ली जावे। उन्होंने यह निर्देश मंत्रालय में आयोजित खादी ग्रामोद्योग बोर्ड, संत रविदास हस्त शिल्प विकास निगम एवं म.प्र. राज्य रेशम विकास एवं विपणन सहकारी संघ मर्यादित की बैठक में दिये।
मंत्री भार्गव ने कहा कि कुटीर, खादी एवं ग्रामोद्योग के अंतर्गत गठित निगम एवं फेडरेशन का मुख्य उद्देश्य प्रदेश के कारीगरों को बाजार उपलब्ध कराना है। उन्होंने कहा कि इससे उनके जीवन-स्तर में सुधार हो सकेगा। उन्होंने निर्देश दिये कि रेशम, खादी से उत्पादित वस्त्रों की डिजाइनिंग के लिये विशेषज्ञों की सेवाएँ ली जायें। उन्होंने रेशम वस्त्रों की मॉडर्न डिजाइनिंग के लिये विभागीय अधिकारियों की टीम मार्केट सर्वे के लिए जयपुर भेजने के निर्देश भी दिये।
खादी ग्रामोद्योग के तीन नवीन आउटलेट बनेंगे
खादी ग्रामोद्योग बोर्ड शीघ्र ही भोपाल में तीन नवीन आउटलेट प्रारंभ करने जा रहा है। इसकी अनुमति भी बोर्ड की बैठक में दे दी गई है। यह आउटलेट वल्लभ भवन की एनएक्सजी-2, मालवीय नगर और संजीवनी प्राकृत परिसर में प्रारंभ किये जायेंगे, जिनमें विंध्य वैली के उत्पाद भी विक्रय के लिए रखे जाने का निर्णय भी लिया गया।
खादी ग्रामोद्योग के उत्पाद अमेजन एवं फ्लिप कार्ट पर भी उपलब्ध
बाजार के बदलते स्वरूप में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिये खादी ग्रामोद्योग के सभी विंध्य वैली उत्पाद अब अमेजन एवं फ्लिप कार्ट पर भी उपलब्ध रहेंगे। दोनों कम्पनियों के साथ हुए एमओयू को भी बोर्ड की बैठक में मंजूरी दी गई।
इसके साथ ही हस्तशिल्प विकास निगम के मृगनयनी शोरूम में भी विंध्य वैली और रेशम के उत्पाद उपलब्ध रहेंगे। मंत्री भार्गव ने व्यापक आधुनिक प्रसार माध्यमों से रेशम, खादी ग्रामोद्योग के उत्पादों के विज्ञापन के निर्देश भी दिये हैं।
बैठक में प्रमुख सचिव कुटीर एवं खादी ग्रामोद्योग अनिरुद्ध मुखर्जी, प्रबंध संचालक हस्तशिल्प विकास निगम राजीव शर्मा, प्रबंध संचालक खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड गौतम सिंह सहित अन्य सदस्यगण उपस्थित थे।