संवाददाता : भोपाल मध्यप्रदेश
नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री हरदीप सिंह डंग ने प्रदेश के स्कूलों की छतों पर रूफटॉप सोलर संयंत्र स्थापित करने के निर्देश दिये हैं। प्रथम चरण में कुछ स्कूलों को चिन्हित कर सोलर पैनल लगाये जायेंगे। डंग ने एक गाँव का चयन कर सोलर ऊर्जा के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाते हुए मॉडल गाँव के रूप में स्थापित करने के भी निर्देश दिये। इनकी सफलता के बाद पूरे प्रदेश में योजना का प्रसार किया जायेगा।
डंग ने कहा कि सोलर ऊर्जा के क्षेत्र में मध्यप्रदेश अग्रणी राज्य के रूप में उभरा है। यह पारम्परिक ऊर्जा बचाने के साथ सस्ती भी पड़ती है और दूरस्थ क्षेत्र के लोगों को भी लाभ मिलता है। प्रमुख सचिव नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा संजय दुबे और प्रबंध संचालक ऊर्जा विकास निगम दीपक सक्सेना भी बैठक में उपस्थित थे।
मंत्री ने कहा कि प्रदेश के निर्माणाधीन सौर ऊर्जा पार्क निर्धारित समय-सीमा में पूरा करें। उन्होंने 1500 मेगावॉट के आगर-शाजापुर-नीमच सोलर पार्क दिसम्बर-2022, 600 मेगावॉट का ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सोलर पार्क जुलाई-2023, 950 मेगावॉट का छतरपुर सोलर पार्क जुलाई-2023, 1400 मेगावॉट का मुरैना सोलर पार्क अक्टूबर-2023 तक पूर्ण करने के निर्देश दिये। डंग ने प्रदेश में 45 हजार सोलर पम्प की स्थापना भी जुलाई-2023 के पूर्व पूर्ण करने को कहा।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि प्रदेश में सोलर ऊर्जा के क्षेत्र में पिछले एक दशक में दस गुना प्रगति हुई है। प्रदेश में 2380 मेगावॉट की 126 सौर ऊर्जा, 2444 मेगावॉट की 71 पवन ऊर्जा, 119 मेगावॉट की 34 बॉयोमास ऊर्जा, 99 मेगावॉट की 13 लघु जल विद्युत योजनाएँ हैं। ऊर्जा मंत्री ने सोलर और पवन ऊर्जा के एक्शन प्लान, कुसुम योजना, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अभियान, सोलर रूफटॉप कार्यक्रम, निर्माणाधीन परियोजनाएँ, लघु जल एवं बॉयोमास ऊर्जा आदि की समीक्षा की।