संवाददाता : नई दिल्ली
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण, ग्रामीण विकास, पंचायत राज तथा खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने शुक्रवार संसद के संयुक्त अधिवेशन में माननीय राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द के अभिभाषण में उल्लेखित कृषि और ग्रामीण विकास की प्रगति को लेकर प्रसन्नता जताई है।
तोमर ने कहा कि कृषि व ग्रामीण क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदृष्टि के अनुरूप सकारात्मक बदलाव की बयार है। खेती को लाभकारी बनाने के लिए केंद्र सरकार प्रतिबद्ध है। प्रधानमंत्री ने आत्मनिर्भर भारत अभियान प्रारंभ किया है, जिसमें कृषि व ग्रामीण विकास मुख्य आधार है। सरकार ने देश के छोटे व मझौले किसानों का जीवन स्तर ऊंचा उठाने के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी है। फसल पूर्व से लेकर फसल पश्चात और उपभोक्ताओं के हाथों में उत्पाद पहुंचाने तक की सारी व्यवस्थाएं सुदृढ़ करने के लिए अनेक उपाय प्रारंभ किए गए हैं। पिछले छह साल से ज्यादा के समय में सरकार ने कृषि व ग्रामीण सहित अन्य क्षेत्रों की लंबे कालखंड से चली आ रही कमियां दूर करने के लिए ठोस कदम उठाए हैं।
तोमर ने कहा कि किसान हितैषी केंद्र सरकार ने स्वामीनाथन आयोग की 201 में से 200 सिफ़ारिशों को ऐतिहासिक रूप से लागू किया है। आज न केवल किसानों को उनकी लागत से डेढ़ गुना एमएसपी दी जा रही है, बल्कि देशभर में एमएसपी पर कृषि उपज की खरीद व खरीद केंद्र भी निरंतर बढ़ाए गए हैं, जिससे किसानों की माली हालत लगातार सुधर रही है। देश के लगभग 86 प्रतिशत छोटे किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है।
एक लाख करोड़ रूपए के ऐतिहासिक कृषि इंफ्रास्ट्रक्चर फंड और 10 हजार किसान उत्पादक संगठनों के गठन से दीर्घकाल तक हमारे अन्नदाताओं को काफी सुविधाएं व लाभ मिलेगा। साथ ही कृषि सुधार के नए उपायों के कारण कानूनी बंधनों से आजाद हुए किसानों का जीवन स्तर बेहतर हो जाएगा, जिनका कि देश के अधिकांश किसान खुले दिल से समर्थन कर रहे हैं।