संवाददाता : भोपाल मध्यप्रदेश
परिवहन एवं राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने सोमवार कोकता, भोपाल में अत्याधुनिक क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय के नवीन भवन का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि शहर में परिवहन यानों की बढ़ती संख्या एवं उसके सुव्यवस्थित संचालन के लिये नये एवं वृहद परिवहन परिसर की अत्यधिक आवश्यकता थी। नये आरटीओ परिसर में ड्रायवर ट्रेनिंग सेंटर, ऑटोमेटेड ड्रायविंग सेंटर और वाहन फिटनेस सेंटर का निर्माण किया गया है। इन सेंटर में ड्रायविंग टेस्ट के पश्चात प्राप्तांक के आधार पर ही लायसेंस जारी किये जायेंगे।
मंत्री राजपूत ने बताया कि 5 एकड़ क्षेत्र में 19 करोड़ 37 लाख रुपये की लागत से निर्मित नवीन क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय परिसर में पर्यावरण की दृष्टि से 200 वृक्ष लगाये गये हैं। इसके साथ ही परिसर में पर्याप्त पार्किंग-स्थल, शौचालय, पेयजल और बिजली की सुचारु उपलब्धता के लिये सौर ऊर्जा एवं रेनवॉटर हॉर्वेस्टिंग सिस्टम की भी व्यवस्था की गयी है।
ड्रायवर ट्रेनिंग सेंटर
परिवहन मंत्री राजपूत ने बताया कि परिवहन संबंधी बदलते नियमों से वाहन-चालकों को अवगत कराये जाने के लिये परिसर में विधिवत एक ड्रायवर ट्रेनिंग सेंटर बनाया गया है, जिसमें नये वाहन-चालकों सहित अनुभवी तथा लायसेंसधारक चालकों को नये नियमों संबंधी विस्तृत जानकारी दी जायेगी। इसमें वर्चुअल ट्रेनिंग सहित साहित्य और परामर्श प्रदान किया जायेगा।
24 कैमरों की निगरानी में होगा ऑटोमेटेड ड्रायविंग टेस्ट
मंत्री राजपूत ने कहा कि 3850 वर्ग मीटर क्षेत्र में आधुनिक तकनीक पर आधारित ड्रायविंग टेस्टिंग ट्रेक इस नवीन परिसर का मुख्य केन्द्र बिन्दु होगा। इसमें दो और चार पहिया वाहनों के लिये लायसेंस प्रदान करने के पूर्व आवेदकों को विभिन्न तरह के वाहन-चालन संबंधी टेस्ट देना होंगे। टेस्ट संबंधी परिणामों की निगरानी के लिये अत्याधुनिक ऑटोमेटेड सेंसर प्रणाली में लगभग 24 कैमरे क्रियाशील होंगे। सेंसर और कैमरों द्वारा वाहन-चालक द्वारा की गयी गलतियों पर माइनस मॉर्किंग दी जायेगी। वाहन-चालक को लायसेंस के लिये 200 में से 160 अंक लाना अनिवार्य है। सभी प्रक्रिया कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर के माध्यम से ऑटोमेटेड होगी।
नवीन फिटनेस सेंटर
मंत्री राजपूत ने बताया कि वाहनों के फिटनेस प्रमाण-पत्र के लिये 'वाहन फिटनेस केन्द्र'' में वाहनों के क्रमवार आगमन-प्रमाणीकरण-निर्गम की प्रक्रिया को सुनिश्चित करने के लिये टोकन पद्धति पर आधारित व्यवस्था के साथ पृथक-पृथक पार्किंग-स्थल विकसित किये गये हैं। फिटनेस के लिये आने वाले वाहनों से जाम न लगे, इसकी व्यवस्था भी की गयी है।
दिव्यांग आवेदकों के लिये पृथक सुविधाएँ
आरटीओ भोपाल संजय तिवारी ने बताया कि नव-निर्मित भवन में दिव्यांग आवेदकों के लिये पृथक से सुविधाएँ दी गयी हैं। भवन में प्रवेश के लिये रेम्प एवं प्रथम तल पर जाने-आने के लिये लिफ्ट की सुविधा प्रदान की गयी है। परिवहन मंत्री श्री राजपूत ने बताया कि भवन पूरी तरह बनकर तैयार है। भवन के लोकार्पण के लिये वे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से चर्चा कर शीघ्र लोकार्पण की तिथि तय करेंगे।