संवाददाता : भोपाल मध्यप्रदेश
लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कहा कि भारतीय संस्कृति में गौ-माता का विशेष स्थान है। राज्य सरकार द्वारा ग्राम पंचायतों में गौ-सरंक्षण, संवर्धन के लिए गौ-शालाएँ बनाई जा रही है। मंत्री डॉ. चौधरी ने रविवार को रायसेन जिले के हलाली डेम के पास स्थित बृजमोहन रामकली गौ-शाला में नवीन गौ-सदन के भूमि-पूजन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि अनेक ग्राम पंचायतों में गौ-शालाएँ प्रारंभ हो गई हैं। गौशालाओं में निराश्रित गौवंश को अच्छी तरह से देख भाल कर रखा जा रहा है। जिले की ग्राम पंचायतों में गौ-शालाओं के निर्माण के साथ चारागाह भी बनाए जा रहे हैं। इनका संचालन पंचायतों के साथ सामाजिक संस्थाओं और स्व-सहायता समूहों से करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि गौ-शालाओं के बेहतर प्रबंधन, संचालन और आत्म-निर्भर बनाने की दिशा में भी काम किया जा रहा है। इसके लिए गौ-शालाओं में गौकाष्ठ, गोबर गैस, जैविक खाद सहित कीटनाशक निर्माण किया जाकर स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगा।स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा रायसेन जिले में वेटनरी डिप्लोमा कॉलेज स्थापित करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। जमीन आवंटित हो गई है। वेटनरी डिप्लोमा कॉलेज के बन जाने से युवाओं को इसका लाभ मिलेगा और रोजगार के नवीन अवसर प्राप्त होंगे। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में प्रदेश सरकार द्वारा आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश बनाने के लिए निरंतर काम हो रहे हैं।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि किसानों को पशुपालन के लिए प्रेरित करने के साथ ही केसीसी के माध्यम से ऋण भी उपलब्ध कराया जा रहा है। कार्यक्रम को गौ-संवर्धन बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष स्वामी अखेलश्वरानंद गिरी ने भी संबोधित किया। पूर्व सांसद श्री रघुनंदन शर्मा भी इस अवसर पर उपस्थित थे।