सोमवार, 15 मार्च 2021

उत्तराखंड एक झलक में, उत्तराखंड की प्रमुख खबरें…

 संवाददाता : देहरादून उत्तराखंड 

उत्तराखंड एक झलक में, उत्तराखंड की प्रमुख खबरें

मुख्यमंत्री ने रविवार जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संवाद में निर्देश दिए कि हर हाल में ‘सरकार जनता के द्वार’ परिकल्पना को साकार किया जाए। निर्देश दिए गए कि अधिकारियों का जनप्रतिनिधियों के साथ लगातार संवाद रहना चाहिए। जनता से जुड़े कार्यों को प्राथमिकता दी जाए। जिनसे लोगों को सीधा लाभ मिले। उन्होंने कहा कि जनता की समस्याओं का तत्काल समाधान हो इसके लिए बहुद्देशीय शिविरों का आयोजन किया जाए। मुख्यमंत्री ने आगामी गर्मियों के सीज़न को देखते हुए निर्देश दिए कि लोगों को पेयजल की दिक्कत न हो।

इसके लिए ज़रूरी होने पर वैकल्पिक व्यवस्थाएं भी कर ली जाएं। शिक्षा को राज्य सरकार की टाप प्रायोरिटी बताते हुए मुख्यमंत्री ने यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि अगले 6 माह में सभी स्कूलों में पेयजल, शौचालय, फर्नीचर, बिजली आदि सभी सुविधाएं हों। इसके लिए बजट की कोई कमी नहीं है। साथ ही जिलाधिकारियों को निर्देश दिए गए कि ई-गवर्नेस का प्रभावी क्रियान्वयन करें ताकि लोगों को वास्तव मे इसका लाभ मिले। छोटी-छोटी सेवाओं के लिए जनता परेशान न हो। जिलों में महत्वपूर्ण घटनाएं होने पर सरकार और शासन को जरूर अवगत कराएं। कोविड काल में लाकडाऊन के समय लोगों पर हुए मुकदमों को वापस लेने की प्रक्रिया तुरंत शुरू की जाए।

राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने रविवार को राजभवन में चल रही दो दिवसीय पुष्प प्रदर्शनी ‘बसंतोत्सव 2021’ का समापन किया। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य व मुख्यमंत्री ने विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किया। इस वर्ष बीएचईएल को 18 श्रेणियों, उत्तराखण्ड वन विभाग को 05 श्रेणियों में, आई.एम.ए. को 06 श्रेणियों में, ओ.एन..सी को 13 श्रेणियों में, तथा आई.आई.टी रूड़की को 06 श्रेणियों में पुरस्कार प्राप्त हुए। बीएचईएल को सर्वाधिक पुरस्कार प्राप्त करने पर चल बैजयंती (रनिंग ट्राफी) प्रदान की गई। 11 श्रेणियों की 46 उपश्रेणियों में 132 प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार एवं 14 सांत्वना पुरस्कार वितरित किये गये।

खाद्य पुष्प (फ्लावर्स यूज्ड फॉर इडीबल पर्पज) की श्रेणी में ओएनसी को प्रथम, फ्रेश पेटल रंगोली में एकता वीना को प्रथम तथा ऑन द स्पॉट फोटोग्राफी में शैली को प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ।समापन समारोह को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि राजभवन में आयोजित पुष्प प्रदर्शनी को लोगों के लिये अधिक से अधिक उपयोगी तथा लाभदायक बनाना ही मुख्य उद्देश्य है। इस वर्ष अगस्त-सितम्बर में सेब-लीची महोत्सव के आयोजन का भी निर्णय लिया है। समारोह में कैबिनेट मंत्री , सचिव उद्यान हरबंस सिंह चुघ, निदेशक उद्यान डा. एचएस. बावेजा, सचिव राज्यपाल बृजेश कुमार सन्त, अपर सचिव राज्यपाल जितेन्द्र सोनकर, सहित उद्यान विभाग के अन्य अधिकारी एवं गणमान्य अतिथि भी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री ने रविवार को अपने हरिद्वार दौरे के दौरान कनखल के हरिहर आश्रम में लोकसभा अध्यक्ष Om Birla, जूनापीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज से मुलाकात की। मुख्यमंत्री निरंजनी अखाड़ा भी गए जहां उनका आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरि, निरंजनी अखाड़ा के सचिव रविन्द्र पुरी महाराज, बालकानंद गिरि आदि ने स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने अखाड़े में भगवान कार्तिकेय की पूजा-अर्चना भी की।

उत्तराखण्ड के प्रसिद्ध लोक पर्व फूलदेई के अवसर पर रविवार प्रातः राजभवन पहुंचे बच्चों ने प्रकृति के साथ सुख-शान्ति और समृद्धि की शुभकामनाएं लेकर राजभवन की दहलीज पर फूल बरसाये। हाथों में सुंदर फूलों की छोटी-छोटी टोकरियां थामे बच्चियों ने राज्यपाल बेबी रानी मौर्य को शुभकामनाएं दीं। राज्यपाल ने भी उत्साह के साथ बच्चों का स्वागत किया और उन्हें चावल, अन्य अनाज एवं उपहार भेंट किए। राज्यपाल मौर्य ने बच्चों के खुशहाल एवं उज्जवल भविष्य की कामना की। राज्यपाल ने कहा कि लोकपर्व फूलदेई पर्यावरण संरक्षण का उत्सव है। फूलदेई त्यौहार राज्य का लोकपर्व है। यह लोकपर्व प्रकृति प्रेम एवं पर्यावरण सरंक्षण का संदेश देता है। हमें अपनी परम्पराओं तथा संस्कृति से भावी पीढ़ी को जोड़ना होगा।