संवाददाता : चंडीगढ़ हरियाणा
हरियाणा सरकार द्वारा 355 करोड़ रुपये की लागत से पानीपत की सहकारी चीनी मिल और 263 करोड़ रुपये की लागत से करनाल की सहकारी चीनी मिल के विस्तार और आधुनिकीकरण का कार्य किया जा रहा है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए सहकारिता मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने बताया कि शाहबाद सहकारी चीनी मिल में 99 करोड़ रुपये की लागत से 60 के.एल.पी.डी. क्षमता के इथनॉल संयंत्र की स्थापना की जा रही है। ऐसे ही, हैफेड ने 179 करोड़ 75 लाख रुपये की अनुमानित लागत से आईएमटी, रोहतक में मेगा फूड पार्क परियोजना की स्थापना की शुरुआत की है।
उन्होंने बताया कि हरियाणा डेयरी प्रसंघ ने वर्ष 2019-2020 के दौरान 700 रुपये प्रति किलोग्राम वसा की दर से दूध खरीदा है, जो अब तक की सर्वाधिक खरीद दर है। इसी प्रकार, राज्य सरकार ने वर्ष 2020-21 (अप्रैल से सितंबर) के दौरान ‘मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक प्रोत्साहन योजना’भी लागू की है और गाय व भैंस के दूध के लिए सहकारी दुग्ध उत्पादकों को 5 रुपये प्रति लीटर की दर से सब्सिडी सीधे उनके बैंक खातों में दी जा रही है।
सहकारिता मंत्री ने बताया कि कोविड -19 महामारी के दौरान, राज्य सरकार द्वारा दूध उत्पादकों को सब्सिडी के रूप में 15 करोड़ 90 लाख रुपये की धनराशि जारी की गई है। एनडीडीबी के ऋण से डीआईडीएफ योजना के तहत पांच दुग्ध संयंत्रों का आधुनिकीकरण किया जाएगा।
इसी प्रकार, हरियाणा राज्य सहकारी अपैक्स बैंक लिमिटेड ने पहली अप्रैल, 2020 से 31 जनवरी, 2021 तक 7092 करोड़ 72 लाख रुपये के ऋण दिये। जिला केंद्रीय सहकारी बैंकों ने भी 11269 करोड़ 15 लाख रुपये के ऋण प्रदान किये।