संवाददाता : भोपाल मध्यप्रदेश
आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रामकिशोर कांवरे ने कहा है कि व्यवहार में सकारात्मक भाव होना चाहिये। बड़ों के प्रति सम्मान और छोटों से प्यार का भाव रखने से बड़ों का आशीर्वाद और छोटों से सम्मान हमेशा प्राप्त होता रहेगा। कांवरे सोमवार को पं. खुशीलाल शर्मा शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय एवं संस्थान के नव-प्रवेशित छात्रों के प्रवेश समारोह कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
राज्य मंत्री कांवरे ने कहा कि दैनिक दिनचर्या में अनुशासन का पालन करें। अपने शरीर और स्वास्थ्य की चिंता करें। अनुशासनात्मक जीवन जीने से बुलंदी पर पहुँचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि डॉक्टर्स एक सेवक के रूप में जनता की सेवा करते हैं। इसी कड़ी में नये प्रवेशित छात्र भी शामिल होने जा रहे हैं। डॉक्टर्स को भगवान का दर्जा दिया गया है। यह दर्जा बनाये रखने के लिये कड़ी मेहनत और त्याग की आवश्यकता है।
कांवरे ने कहा कि प्राचार्य और शिक्षक एक पालक की तरह अपनी जिम्मेदारी पूर्ण करें। विद्यार्थियों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। छात्र-छात्राओं का इस प्रकार से ध्यान रखें, जिससे उन्हें पालकों की कमी महसूस नहीं हो। उन्होंने कहा कि संस्थान के अंतर्गत राज्य शासन आने वाले समय में 50 बिस्तरीय सुपर स्पेशियलिटी, पंचकर्म हॉस्पिटल शुरू करने जा रहा है। इसमें पंचकर्म आधारित हाई एन्ड अधोसंरचना विकसित की जायेंगी। उम्मीद है कि इससे देश एवं विदेश के रोगी लाभान्वित हो सकेंगे। यह वेलनेस टूरिज्म की दिशा में महत्वपूर्ण एवं परिणाममूलक कदम साबित होगा।
मंत्री कांवरे ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर उपस्थित सभी महिलाओं को बधाई एवं शुभकामनाएँ भी दीं। संस्थान ने आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिलाओं के स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता, कैंसर स्क्रीनिंग टेस्ट, विशेषज्ञ व्याख्यानों तथा महिलाओं की जाँच एवं पोषण के संबंध में आयोजन किया। साथ ही तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी तथा आउटसोर्स सेवाओं की महिला कर्मचारियों को महिला दिवस के अवसर पर सम्मानित करने का निर्णय लिया गया। सभी सम्मानित होने वाली महिलाओं को मंत्री ने हार्दिक शुभकामनाएँ दीं।
कांवरे ने कॉलेज परिसर में पौध-रोपण भी किया। कार्यक्रम में प्रधानाचार्य, प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष, प्रथम वर्ष के शिक्षक और प्रथम वर्ष नवीन बैच के सभी छात्र उपस्थित थे।