संवाददाता : देहरादून उत्तराखंड
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राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने शनिवार को राजभवन में बसन्तोत्सव 2021 के द्वितीय सत्र में संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित सांस्कृतिक सन्ध्या का दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया। इस अवसर मुख्यमंत्री एवं कैबिनेट मंत्री Subodh Uniyal भी उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री ने आज मुख्य सचिव ओमप्रकाश सहित शासन के उच्चाधिकारियों के साथ कुंभ मेले की व्यवस्थाओं की समीक्षा की। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कुम्भ स्नान के लिए आने वाले श्रद्धालु बिना किसी असुविधा के सुखद संदेश लेकर जाए, यह हम सबका दायित्व है। इसके लिए सभी अधिकारी आपसी समन्वय एवं समयबद्धता के साथ कुम्भ की व्यवस्थाओं को सुव्यवस्थित कराएं। उन्होंने कहा कि कुम्भ मेले में कोविड के नियमों के अनुपालन के साथ अधिक से अधिक श्रद्धालु इसमें शामिल हों, यह हमारा उद्देश्य होना चाहिए। उन्होंने कुम्भ क्षेत्र की सड़कों की मरम्मत, कुम्भ क्षेत्र की बेहतर सफाई, शंकराचार्यों एवं अखाड़ों को भूमि उपलब्ध कराने और प्रभावी सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए। बैठक में पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार, प्रमुख सचिव आनंदवर्द्धन, आरके सुधांशु, सचिव अमित नेगी, नितेश झा, राधिका झा, दिलीप जावलकर, सौजन्या, आयुक्त गढ़वाल रविनाथ रमन, महानिदेशक सूचना डॉ.मेहरबान सिंह बिष्ट सहित शासन के सभी वरिष्ठ अधिकारी एवं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिलाधिकारी हरिद्वार, देहरादून, टिहरी एवं पौड़ी भी उपस्थित रहे।
राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने शनिवार को राजभवन के प्रागंण में बसन्तोत्सव-2021 का शुभारंभ किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए आम जनमानस को भी प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। यह बसन्तोत्सव लोगों को प्रकृति से जुड़ने का भी संदेश देता है। उन्होंने प्रदर्शनी में लगे स्टालों का निरीक्षण किया। साथ ही डाक एवं तार विभाग द्वारा जारी किये गये डाक कवर का विमोचन भी किया। उन्होंने पेन्टिंग प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने वाले 135 बच्चों को जूट बैग एवं कैप वितरित किये। कार्यक्रम में कबीना मंत्री Satpal Maharaj व Subodh Uniyal भी मौजूद रहे।
दिल्ली से देहरादून आ रही शताब्दी एक्सप्रेस के एक कोच में आग लगने से हड़कंप मच गया। यह ट्रेन नई दिल्ली से देहरादून आ रही थी। लोको पायलट और गार्ड ने सूझबूझ दिखाते हुए कई लोगों की जान बचा ली और ट्रेन को इमरजेंसी ब्रेक लगाकर जंगल के बीचोंबीच रोक दिया। ट्रेन को कांसरो रेलवे स्टेशन पर रोक दिया गया। इसके बाद राजाजी टाइगर रिजर्व और रेलवे के अधिकारियों को किसी तरह सूचना दी गई। तत्काल कोच सी-5 को खाली कराया गया। इसके साथ ही कोच को ट्रेन से अलग कर अन्य कोचों को सुरक्षित बचाया गया। इस कोच सी-5 में सवार सभी यात्री सुरक्षित हैं। कोच के सभी यात्रियों को उनके सामान के साथ दूसरे कोचों में शिफ्ट कर दिया गया। जिसके बाद ट्रेन देहरादून के लिए रवाना हो गई। घटना शनिवार दोपहर 12.20 बजे के आसपास की बताई जा रही है। वहीं आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है।
घटना को ध्यान में रखते हुए देहरादून रेलवे स्टेशन पर स्वास्थ्य और पुलिस की एक टीम पहुंच गई है। उक्त कोच में 35 लोग सवार थे। राजाजी टाइगर रिजर्व क्षेत्र होने के कारण कांसरो में मोबाइल नेटवर्क सेवा उपलब्ध नहीं है। जिस कारण घटना की जानकारी जुटाने में समय लगा। आग इतनी भयानक थी कि देखते ही देखते पूरा कोच आग की लपटों की चपेट में आ गया। दून रेलवे स्टेशन के अधीक्षक परिचालन सीताराम शंकर ने बताया कि शताब्दी एक्सप्रेस रायवाला से देहरादून के लिए रवाना हुई थी। इस बीच कांसरो में उसके एक कोच में आग लग गई। जंगल का रास्ता होने की वजह से फायर ब्रिगेड को भेजने में भी दिक्कत का सामना करना पड़ा। शताब्दी एक्सप्रेस 02017 शनिवार को सुबह दिल्ली से देहरादून के लिए चली थी। जिसमें कुल 12 सवारी कोच थे। जिसमें कुल 316 व्यक्ति सवार थे।