संवाददाता : देहरादून उत्तराखंड
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प्रदेश में स्कूली शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सरकार की ओर से समग्र शिक्षा अभियान के तहत 1154.62 करोड़ रुपये और आरटीई एक्ट के अंतर्गत 153.7 करोड़ रुपये के बजट को स्वीकृति प्रदान की गई है। मुजफ्फरनगर रेल लाइन के लिए 70 करोड़ और उड्डयन विकास और विस्तार के लिए 181 करोड़ रुपये के बजट को स्वीकृति प्रदान की गई है। किसानों की आय को दोगुनी के लिए दीनदयाल उपाध्याय सहकारिता किसान कल्याण योजना के लिए 47 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। हरिद्वार, पिथौरागढ़ और रुद्रपुर में मेडिकल कॉलेज निर्माण के लिए भी बजट को स्वीकृति दी गई है।
सरकार की ओर से बजट में जन स्वास्थ्य, पेयजल व सिंचाई, सुगम यातायात के लिए विशेष प्रावधान किए गए हैं। सीमांत क्षेत्रों को विशेष पहचान देने के लिए मुख्यमंत्री सीमांत विकास योजना के तहत 20 करोड़ और मुख्यमंत्री पलायन रोकथाम योजना के तहत 18 करोड़ रुपये के बजट को स्वीकृति प्रदान की गई है। विशेष घोषणा करते हुए गैरसैंण को राज्य का तीसरा मंडल (कमिश्नरी) बनाया गया है। भराड़ीसैंण राजधानी क्षेत्र के विकास के लिए टाउन प्लानर की नियुक्ति के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरु करने और नई बनाई गई नगर पंचायतों की स्थापना के लिए मुख्यमंत्री ने 1-1 करोड़ रुपये की धनराशि की घोषणा की गई है।
मुख्यमंत्री , विधानसभा अध्यक्ष , मंत्रियों एवं विधायकों ने गुरूवार को भराड़ीसैंण विधानसभा में विक्टोरिया क्रॉस स्व. श्री दरबान सिंह नेगी के जन्म दिवस पर उनके चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित किये।
हरिद्वार में आयोजित हो रहे कुंभ में बृहष्पतिवार को श्री पंच दशनाम जूना व अग्नि अखाड़े की शाही अंदाज में हर्षोल्लास व धूमधाम के साथ भव्य पेशवाई निकाली गयी। ज्वालापुर के पाण्डेेवाला स्थित सिद्धपीठ गुघाल मंदिर से निकाली गयी संतों की पेशवाई से पूर्व पंचायती धड़ा फिराहेड़ियान के अध्यक्ष महेश तुम्बड़िया, महामंत्री उमाशंकर वशिष्ठ, कोषाध्यक्ष सचिन कौशिक, अनिल कौशिक, विपुल मिश्रोटे, संजय खजानके, प्रदीप निगारे, नितिन गोस्वामी, अजय वशिष्ठ, गोपाल कृष्ण गोस्वामी, सौरभ सिखोला के साथ मंदिर के आचार्य ब्रजेश वशिष्ठ ने पूजा अर्चना कर पेशवाई में शाामिल संत महापुरूषों का फूलमाला पहनाकर स्वागत किया।
भव्यरूप से निकाली गयी पेशवाई में शामिल नागा सन्यासियों का जगह जगह भव्य स्वागत किया गया। इस दौरान जिला अधिकारी सी.रविशंकर, मेला अधिकारी दीपक रावत, अपर मेला अधिकारी हरबीर ंिसह, मेला आईजी संजय गुंज्याल, मेला एसएसपी जनमेजय खण्डूरी, जिला पुलिस कप्तान सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस, एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय आदि भी मौजूद रहे।
ज्वालापुर से शुरू हुई पेशवाई के बाजारों से होते हुए आर्यनगर, शंकर आश्रम, चंदाचार्य चैक, पुराना रानीपुर मोड़ ऋषिकुल, देवपुरा, शिवमूर्ति, बाल्मिीकि चैक होते हुए जूना अखाड़े में जाकर संपन्न हुई। पेशवाई में शामिल नागा सन्यासियों व संत महापुरूषों के दर्शन करने के लिए सड़क के दोनों और श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही। संतों के दर्शन करने के लिए पूरे पेशवाई मार्ग पर छतों पर भी लोग जमा रहे। श्रद्धालुओं ने भक्ति और श्रद्धाभाव से सड़क के दोनों ओर खड़े होकर नागा संन्यासियों का स्वागत कर आशीर्वाद प्राप्त किया। परम्परा के अनुसार हाथी, घोड़े और बैंड बाजों से सुसज्जित पेशवाई में चांदी के होदों पर सवार जूना व अग्नि अखाड़े के आचार्य महाण्डलेश्वर, श्री महंत, महंत, महामंडलेश्वर और नागा साधुओं ने शिरकत की। पेशवाई में सबसे आगे अखाड़े की धर्म ध्वजा लहरा रही थी। युद्ध कौशल का प्रदर्शन कर रहे पेशवाई में शामिल नागा संन्यायियों को देखने के लिए लोगों की भारी भी सड़कों पर जमा रही। पेशवाई में उत्तराखण्ड की संस्कृति की झलक भी लोगों को देखने को मिली।
जूना पीठाधीश्वर आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी महाराज ने बताया कि पेशवाई के बाद सभी नागा सन्यासियों के अखाड़े की छावनी में प्रवेश करेंगे और कुंभ मेला संपन्न होने तक सभी संत छावनी में ही निवास कर धर्म का संदेश देंगे। निरंजनी अखाड़े की पेशवाई के लिए कुंभ मेला पुलिस द्वारा सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। पेशवाई मार्ग पर पुलिस, पीएसी व रैपिड एक्शन फोस के जवानों को तैनात किया गया था। कुंभ मेला आईजी संजय गुंज्याल, मेला एसएसपी जनमेजय खण्डूरी, जिले के पुलिस कप्तान सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस, एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय सहित तमाम वरिष्ठ अधिकारी खुद सुरक्षा इंतजामों की निगरानी में जुटे रहे।