संवाददाता : देहरादून उत्तराखंड
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मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने गढ़वाल मंडल विकास निगम के 45वें स्थापना दिवस समारोह में वर्चुअली प्रतिभाग किया। इस मौके पर उन्होंने संस्थान के सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को बधाइयां दी और एमवीएन की परिसम्पत्तियों में सुधार के लिए 2 करोड़ रूपए की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि एमवीएन के अंतर्गत साहसिक पर्यटन की विभिन्न गतिविधियों, कार्मिकों के कौशल विकास के साथ ही सेवाओं के डिटलीकरण तथा नवाचार को प्रोत्साहित करने के लिए भी वित्तीय सहायता दी जाएगी। कहा कि प्रदेश में तीर्थाटन, साहसिक पर्यटन और संस्कृति के क्षेत्र में बहुत कुछ किया जा सकता है। सभी को पूरी निष्ठा के साथ अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करना होगा।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के निर्देश पर आज नगर निगम देहरादून में स्वास्थ्य विभाग द्वारा कुम्भ मेले में कवरेज के लिए रजिस्ट्रेशन करवाने वाले लगभग 130 पत्रकारों का कोविड वैक्सीनैशन किया गया। सूचना महानिदेशक रणवीर सिंह चौहान स्वयं वहां उपस्थित रहे और व्यवस्थाओं पर नजर रखी। सरकार की ओर से कोविड के टीकाकरण की व्यवस्था से सभी उत्साहित थे। मुख्यमंत्री ने कहा है कि कोविड-19 से जारी लड़ाई में पत्रकारों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। कोविड-19 के लिए जरूरी सावधानियों के प्रति जनजागरूकता में प्रदेश के पत्रकार मित्रों ने सकारात्मक भूमिका निभाई है। राज्य सरकार सुंदर, स्वच्छ व सुरक्षित कुम्भ के आयोजन के लिए संकल्पबद्ध है। हमने कुम्भ से जुड़े लोगों के टीकाकरण की तैयारी की है। कुम्भ मेले के कवरेज के लिए जाने वाले पत्रकारों का भी वैक्सीनैशन किया जा रहा है। आगे भी इसकी व्यवस्था की जाएगी।
उत्तराखंड में शहीदों के आश्रितों के लिए सरकारी नौकरी में समायोजन योजना के तहत प्रदेश सरकार ने पिथौरागढ़ जनपद में दो आश्रितों को सरकारी सेवा में समायोजन कर दिया है। जिला प्रशासन ने इस प्रक्रिया को अंतिम रूप दे दिया। लाभार्थियों में एक शहीद की धर्मपत्नी व दूसरी बहन हैं। प्रदेश में शहीदों की विधवाओं व आश्रितों को सरकारी सेवा में समायोजन करने की योजना है। पिथौरागढ़ तहसील के मूनाकोट निवासी शहीद लॉसनायक गोविंद प्रकाश चंद्र की पत्नी सुनीता तथा गंगोलीहाट तहसील के ग्राम बड़ेना निवासी शहीद सिपाही राजेंद्र सिंह की सिंह बहन खीमा का समायोजन किया गया है। इस पर मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि देश रक्षा में अपने प्राणों की आहूति देने वाले शहीदों के बलिदान को कभी नहीं भुलाया जा सकता। शहीदों की विधवाओं व आश्रितों की मदद के लिए हर संभव प्रयास सरकार की ओर से किए जा रहे हैं।
कुंभ मेले को साधु–संतों और महात्माओं का महापर्व कहा जाता है। साधुओं के 13 अखाड़े मौजूदा हरिद्वार कुंभ मेले में शिरकत कर रहे हैं। नगर प्रवेश से पहले अखाड़ों में धर्म ध्वजा स्थापित करने का प्रावधान है। सबसे पहले दशनाम जूना अखाड़ा, किन्नर अखाड़ा व अग्नि अखाड़े ने अपनी धर्म ध्वजा स्थापित की। अन्य अखाड़ों में धर्म ध्वजा की स्थापना का सिलसिला जारी है। अधिकांश अखाड़ों ने धर्म ध्वजा में 52 ब्रह्म गांठ लगाई गईं, जो 52 मणियों की प्रतीक है। धर्म ध्वजा की स्थापना के साथ ही इन अखाड़ों में भी कुंभ की शुरुआत हो चुकी है। नियमित रूप से सुबह और शाम को सभी अखाड़े अपनी–अपनी धर्म ध्वजा की विधि विधान से पूजा कर रहे हैं। पूजन व पाठ के लिए दोनों समय विद्वान पंडित अखाड़ों में आमंत्रित किए जाते हैं। जूना अखाड़े के राष्ट्रीय प्रवक्ता नारायण गिरी ने बताया कि धर्म ध्वजा की स्थापना के साथ कुंभ मेले की शुरुआत मान ली जाती है।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत एवं केंद्रीय ऊर्जा राज्यमंत्री राज कुमार सिंह ने वर्चुअल माध्यम से हरिद्वार के कुंभ क्षेत्र में भूमिगत केबलिंग परियोजना का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस परियोजना का क्रियान्वयन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी विजन के अनुरूप किया गया है और इस प्रक्रिया में स्थानीय व्यक्तियों के हितों को सर्वोपरि रखा गया है। इस भूमिगत केबलिंग परियोजना के लोकार्पण से हरिद्वार के उपभोक्ताओं को 24 घंटे निर्बाध और गुणवत्तापूर्ण विद्युत आपूर्ति हो सकेगी। केंद्रीय ऊर्जा राज्यमंत्री राज कुमार सिंह ने कहा कि हरिद्वार आस्था की दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थान है। हरिद्वार के विकास में हमें भी योगदान देने का मौका मिला, यह हमारा सौभाग्य है। यहां अंडरग्राउण्ड केबलिंग को और विस्तार देने के प्रयास किए जाएंगे। इस अवसर पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक , विधायक प्रदीप बत्रा और मुख्य सचिव ओमप्रकाश भी उपस्थित थे।