संवाददाता : देहरादून उत्तराखंड
कोरोना वायरस संक्रमण की दृष्टि से उत्तराखंड के लिए अगले दस दिन खासे अहम हैं। इस दौरान यदि लोगों ने समझदारी दिखाई और भीड़ भाड़ से दूरी बना ली तो राज्य में इस संक्रमण की संभावना खासी कम हो जाएगी। स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. अमिता उप्रेती ने बुधवार को स्वास्थ्य महानिदेशालय में पत्रकारों से बात करते हुए बताया कि राज्य में अभी सिर्फ एक ही मरीज में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है।
मरीज विदेश से भ्रमण कर लौटा था, इसलिए कहा जा सकता है कि अभी तक राज्य के किसी व्यक्ति में यह संक्रमण नहीं पहुंचा है। जबकि राज्य में अभी तक 51 मरीजों की जांच कराई जा चुकी है। उन्होंने बताया कि राज्य में विदेश से भ्रमण कर कुल 722 लोग आए हैं। इसमें से 381 लोगों ने 28 दिन का समय पूरा कर लिया है। इनमें अब संक्रमण का कोई खतरा नहीं है। जबकि 307 लोगों की निगरानी चल रही है। उन्होंने बताया कि इन लोगों के लिए भी अगले दस से 12 दिन अहम हैं।
आईडीएसपी के इंचार्ज डॉ पंकज सिंह ने राज्य के लोगों से अपील की कि वे संक्रमण को रोकने के लिए कुछ समय के लिए लोगों से मिलना जुलना बंद कर दें। उन्होंने बताया कि राज्य के लिए अगले 10 से 12 दिन बहुत संवेदनशील हैं। यदि हम संक्रमण से ग्रसित लोगों को पूरी तरह कोरंटाइन या आईसोलेट कर दें तो यह संभव है। इसमें आम लोगों की भागीदारी बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि बहुत जरूरी हो तो ही बाहर निकलें। इस समय लोगों से घुलना मिलना पूरी तरह बंद कर दें। इससे वायरस का प्रसार नहीं हो पाएगा।
उन्होंने लोगों से अपील की कि वायरस का वाहक न बनें। साफ सफाई का ध्यान रखें और खांसी, जुकाम के मामले में डॉक्टरों को दिखाएं कोरोना संक्रमण के चार स्तर होते हैँ। जब विदेश से आए लोग ही इससे संक्रमित हो तो पहला चरण माना जाता है। विदेश से आए लोगों से संपर्क में आए लोग भी संक्रमित हो तो दूसरा चरण शुरू हो जाता है। संक्रमित व्यक्ति से समाज भी संक्रमित होने लगे तो यह तीसरा चरण जबकि व्यापक स्तर पर लोगों के संक्रमण महामारी का रूप ले लेता है।
डीजी हेल्थ ने बताया कि देश के कुछ राज्यों में कोरोना संक्रमण दूसरी स्टेज में पहुंच गया है। डीजी हेल्थ ने बताया कि अस्पतालों में बनाए गए कोरोना वार्ड की सुरक्षा के लिए एसडीआरएफ तैनात करने का निर्णय लिया गया है। एसडीआरएफ से जवान मांगे गए हैं। उन्होंने सभी लोगों से अपील की है कि आइसोलेशन और कोरोना वार्ड से दूर रहें। वार्ड में घुसने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।