शुक्रवार, 15 मई 2020

ब्रह्म मुहूर्त में चार बजकर 30 मिनट पर बदरीनाथ धाम के कपाट खोले गए...

प्रजा दत्त डबराल @ देहरादून उत्तराखंड 


      उत्तराखंड के गढ़वाल हिमालयी क्षेत्र में स्थित विश्वप्रसिद्ध चारधामों में से एक बदरीनाथ धाम के लिए खोल दिए गए हैं।  ब्रह्म मुहूर्त में चार बजकर 30 मिनट पर बदरीनाथ धाम के कपाट खोले गए।  इस मौके पर बदरीनाथ धाम के मुख्य पुजारी, धर्माधिकारी, अपर धर्माधिकारी और अन्य पूजा स्थलों से जुड़े 28 लोग ही शामिल हुए। कोरोना लॉकडाउन की वजह से इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ जब कपाट खुलते वक्त धाम में श्रद्धालु मौजूद नहीं थे।


सुबह 3 बजे से कपाट खोलने की प्रक्रिया शुरू हो गई।  कुबेरजी, उद्धवजी गाडू घड़ा दक्षिण द्वार से मंदिर परिसर में रखा गया।  इसके बाद रावल, धर्माधिकारी, हकहकूकधारियों की उपस्थिति में कपाट खोलने के लिए प्रक्रिया शुरू हुई और ठीक 4.30 बजे कपाट खोले दिए गए। 



इससे पहले बृहस्पतिवार को योग ध्यान बदरी मंदिर पांडुकेश्वर से कुबेर जी, उद्धव जी, गरुड़ जी, आदि गुरु शंकराचार्य की गद्दी और गाडू घड़ा तेल कलश यात्रा के साथ बदरीनाथ के रावल (मुख्य पुजारी) ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी बदरीनाथ धाम पहुंचे।


 योग ध्यान बदरी मंदिर पांडुकेश्वर में कुबेर जी, उद्धव जी और गरुड़ जी की विशेष पूजाएं हुईं। हक-हकूकधारियों ने सामाजिक दूरी का पालन करते हुए भगवान को पुष्प अर्पित किए। भक्तों ने भगवान बदरीनाथ से कोरोना संकट से निजात दिलाने की कामना की।  भगवान बदरी विशाल के धाम को 10 क्विंटल गेंदे के फूलों से सजाया गया था ।