शुक्रवार, 15 मई 2020

स्वतंत्रता सेनानी शहीद बैकुंठ शुक्ल की 86 वी शहादत दिवस पर सेकुलर परिवार ने दिल्ली मे श्राद्धांजलि दी...

प्रजा दत्त डबराल @ नई दिल्ली


       स्वतंत्रता सेनानी शहीद बैकुंठ शुक्ल की 86 वी शहादत दिवस पर सेकुलर परिवार ने 14 मई 2020-दिल्ली मे श्राद्धांजलि दी। जंग-ए-आजादी के इस वीर सपूत को अंग्रेजों ने मात्र 27 वर्ष की आयु में ही गया सेंट्रल जेल में 14 मई 1934 को फांसी दे दी।


प्रशांत सी बाजपेयी (अध्यक्ष, स्वतंत्रता आन्दोलन यादगार समिति) ने हमारे संवाददाता को बताया की आजादी के इस दिवाने ने शहीदे-आजम भगत सिंह,राजगुरु और सुख देव के विरुद्ध गवाही देने वाले गद्दार फणीन्द्र नाथ घोष को बेतिया के मीना बाजार में गोली मारकर हत्या कर दी थी।



बैकुंंठ शुक्ल को स्वतंत्रता संग्राम में भी 1930 के नमक सत्याग्रह आंदोलन में कम उम्र में सक्रिय सहयोग दिया और पटना कैप जेल गए। गांधी-इर्विन समझौते के बाद वे रिहा हुए। जेल प्रवास के दौरान वे हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन आर्मी  के संपर्क में आए और क्रांतिकारी बने।


बैकुंठ शुक्ल महान क्रांतिकारी और हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन के संस्थापकों में एक योगेंद्र शुक्ल के भतीजे थे।