शनिवार, 25 जुलाई 2020

आत्मनिर्भर भारत के तहत प्रदेश सरकार द्वारा आरंभ की गई पशु किसान क्रेडिट कार्ड योजना को प्राथमिकता...

संवाददाता चंडीगढ़ हरियाणा 


      हरियाणा के पशुपालन एवं डेयरी विकास मंत्री जे.पी. दलाल ने बैंकर्स से आह्वान किया है कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आत्मनिर्भर भारत के तहत प्रदेश सरकार द्वारा आरंभ की गई पशु किसान क्रेडिट कार्ड योजना को प्राथमिकता दें और अधिक से अधिक आवेदकों को कार्ड उपलब्ध करवाएं।


दलाल आज यहां हरियाणा सिविल सचिवालय की चौथी मंजिल स्थित कमेटी कक्ष में राज्य स्तरीय बैंकर्स कमेटी की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। इस बैठक में जिलों के अग्रणी बैंक वीडियो कान्फ्रेंसिंग से जुड़े। 



उन्होंने कहा कि योजना के तहत प्रदेश में 8 लाख पशु किसान क्रेडिट कार्ड उपलब्ध करवाने का लक्ष्य है और इसे बैंकर्स के सहयोग के बगैर प्राप्त नहीं किया जा सकता। इस योजना की जानकारी के लिए बैंकों द्वारा शिविरों का आयोजन भी किया जाना चाहिए। इसके अलावा विभाग द्वारा पशु चिकित्सकों को भी पशु अस्पतालों में विशेष होर्डिंग लगा कर योजना की जानकारी जन-जन तक पहुंचाई जाए।


जे.पी. दलाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के किसानों की आय वर्ष 2022 तक दोगुनी करने के लक्ष्य को ध्यान में रखकर किसान क्रेडिट कार्ड की तर्ज पर पशु किसान क्रेडिट कार्ड योजना क्रियान्वित की जा रही है ताकि खेती के साथ-साथ किसान पशुपालन से भी अपनी आय में वृद्धि कर सकें। बैठक में बैंकर्स ने श्री दलाल को आश्वासन दिया कि 15 अगस्त से पहले 1 लाख क्रेडिट कार्ड लाभपात्रों को उपलब्ध करवा दिए जाएंगे।


इस योजना के तहत पशु किसान क्रेडिट कार्ड पशुओं की संख्या के अनुसार जारी किया जाएगा। इसके तहत गाय के लिए 40,783 रुपए, भैंस के लिए 60,249 रुपए, भेड़-बकरी के लिए 4063 रुपये, सुअर के लिए 16,337 रुपए, मुर्गी (अंडा देने वाली के लिए) 720 रुपए का ऋण दिया जाएगा। बैंकों द्वारा 7 प्रतिशत की ब्याज दर से आमतौर पर ऋण उपलब्ध करवाया जाता है परंतु पशुपालन क्रेडिट कार्ड के तहत पशुपालकों को केवल 4 प्रतिशत ब्याज दर देनी होगी, जबकि 3 प्रतिशत की छूट केंद्र सरकार की ओर से देने का प्रावधान है। ऋण राशि अधिकतम 3 लाख रुपए तक होगी तथा 1 लाख 60 हजार तक की राशि तक कोलैटरल गारंटी नहीं देनी होगी।


इस अवसर पर वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव टी.वी.एस.एन. प्रसाद, पशुपालन विभाग के प्रधान सचिव राजा शेखर वुंडरु, महानिदेशक डॉ. बीरेन्द्र सिंह लौरा के अलावा वित्त, पशुपालन विभाग तथा राज्यस्तरीय बैंकर्स कमेटी के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।