रविवार, 16 अगस्त 2020

हिमाचल प्रदेश में हर्षाेल्लास के साथ मनाया गया 74वां स्वतंत्रता दिवस समारोह...

संवाददाता : शिमला हिमाचल


      हिमाचल प्रदेश में 74वां स्वतंत्रता दिवस समारोह हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस दौरान कोविड-19 महामारी के मद्देनजर सामाजिक दूरी का पूर्ण रूप से पालन किया गया।

 

स्वतंत्रता दिवस पर जिला और उपमण्डल स्तर पर भी समारोह आयोजित किए गए। ध्वजारोहण के साथ-साथ गृह रक्षक, एसएसबी, आईटीबीपी के जवानों द्वारा प्रस्तुत मार्च पास्ट समारोह के मुख्य आकर्षण रहे।

 

मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कुल्लू के ऐतिहासिक ढालपुर मैदान में राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह की अध्यक्षता करते हुए राष्ट्रीय ध्वज फहराया और पुलिस, आईटीबीपी, गृह रक्षक तथा एनसीसी कैडेटों के द्वारा प्रस्तुत आकर्षक मार्चपास्ट की सलामी ली।

 


 

उप पुलिस अधीक्षक वीनि मिन्हास ने परेड की अगुवाई की।

 

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता सेनानियों और शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की जिन्होंने देश की आजादी के लिए सीमाओं की रक्षा करते हुए अपनी जान की परवाह न करते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया। उन्होंने स्वतंत्रता सेनानियों और प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री डाॅ. वाईएस परमार को भी श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि हिमाचल देवभूमि के साथ-साथ वीरभूमि भी है। देश का प्रथम परमवीर चक्र हिमाचल के मेजर सोमनाथ शर्मा को प्रदान किया गया था। इसके उपरांत कैप्टन विक्रम बत्रा और हवलदार संजय कुमार को भी यह पुरस्कार मिला। उन्होंने लद्दाख की गलवान घाटी में देश की सीमाओं की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति देने वाले प्रदेश के वीर सैनिकों को भी श्रद्धांजलि दी।

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार स्वतंत्रता सेनानियों, सैनिकों, पूर्व सैनिकों और उनके परिवार के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। प्रदेश सरकार स्वतंत्रता सेनानियों और दिवंगत स्वतंत्रता सेनानियों की पत्नियों को 15 हजार रुपये और उनकी अविवाहित बेटियों को 10 हजार रुपये प्रदान कर रही है। स्वतंत्रता सेनानियों की बेटियों की शादी के लिए 51 हजार रुपये और उनकी पोतियों की शादी के लिए 21 हजार रुपये प्रदान किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों के आश्रितों को सरकारी और अर्द्ध-सरकारी सेवाओं में दो प्रतिशत आरक्षण दिया जा रहा है।

 

जय राम ठाकुर ने कहा कि परमवीर चक्र और अशोक चक्र विजेताओं को तीन लाख रुपये की वार्षिकी प्रदान की जा रही है। महावीर चक्र और कीर्ति चक्र विजेताओं को दो लाख रुपये तथा वीर चक्र और शौर्य चक्र विजेताओं को एक लाख रुपये की वार्षिकी प्रदान की ज रही है। उन्होंने कहा कि युद्ध विधवाओं की बेटियों की शादी के लिए दी जाने वाली वित्तीय सहायता को 15 हजार रुपये से बढ़ाकर 50 हजार रुपये किया गया है।

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरा विश्व हमारे देश की ताकत और क्षमता को स्वीकार रहा है। सीमावर्ती पड़ोसी देशों के प्रति जवाबी कार्रवाई और कोविड-19 महामारी के दौरान आत्मनिर्भर भारत की घोषणा देश की निर्णय शक्ति को दर्शाती है। इस महामारी से प्रदेश की आर्थिकी बुरी तरह प्रभावित हुई है परन्तु देश प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों में सुरक्षित है। प्रधानमंत्री द्वारा समय पर लिए गए निर्णय से अब तक 135 करोड़ की आबादी वाले भारत देश में कोरोना के कारण 50 हजार लोगों की मृत्यु हुई है जोकि 142 करोड़ की आबादी वाले 15 सबसे विकसित देशों में इस महामारी से 7.60 लाख लोगों की मृत्यु हुई है।

 

जय राम ठाकुर ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न अटल बिहारी वाजपेयी हिमाचल को अपना दूसरा घर मानते थे। स्वर्गीय वाजपेयी ने कुल्लू के प्रीणी गांव में अपने जीवन के कुछ यादगार दिन बिताए थे। रोहतांग सुरंग का निर्माण उनका सपना था जो जल्दी ही पूरा होने वाला है। इसी वर्ष सितम्बर के अन्त तक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इसे देश को समर्पित करेंगे।

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश ने सभी क्षेत्रों मे अभूतपूर्व विकास किया है। शिक्षा, खुले में शौचमुक्त, पर्यटन आदि क्षेत्रों में विशेष रूप से उल्लेखनीय कार्य हुआ है। उन्होंने कहा कि अटल सुरंग रोहतांग को एक प्रमुख पर्यटन आकर्षण के रूप में विकसित किया जाएगा। प्रदेश सरकार पर्यटकों के लिए इस सुरंग में विस्टाडुम बस सेवा आरम्भ करने पर विचार कर रही है। कुल्लू के बिजली महादेव को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जाएगा तथा इस पर्यटन स्थल को रज्जूमार्ग सुविधा से जोड़ने के प्रयास किए जाएंगे।

 

जय राम ठाकुर ने कहा कि मंत्रिमण्डल की पहली बैठक में ही सामाजिक सुरक्षा पेंशन प्राप्त करने की आयु सीमा को बिना किसी आय सीमा के 80 वर्ष से घटाकर 70 वर्ष करने का निर्णय लिया गया था। इसके अंतर्गत 70 वर्ष से अधिक आयु के 2.85 लाख लोग प्रतिमाह 1500 रुपये पेेंशन का लाभ उठा रहे है। इसके अतिरिक्त विधवाओं और विशेष रूप से सक्षम लोगों की सामाजिक सुरक्षा पेंशन को भी बढ़ाकर एक हजार रुपये किया गया है और विभिन्न सामाजिक सुरक्षा पेंशनों के अंतर्गत 1,63,607 नए मामलों को स्वीकृति दी गई है।

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने लोगों की समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए जनमंच कार्यक्रम आरम्भ किया है और अब तक राज्य की विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में 189 जनमंच आयोजित किए गए हैं, जिसमें लगभग 45 हजार शिकायतें और मांगपत्र प्राप्त हुई, जिनमें से 91 प्रतिशत का समाधान किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने सेवा संकल्प हेल्पलाईन-1100 आरम्भ की है, जिसके अंतर्गत कोई भी व्यक्ति प्रदेश के किसी भी हिस्से से 1100 नम्बर पर डायल कर अपनी शिकायत दर्ज करवा सकता है। अब तक एक लाख से अधिक शिकायतें मिली हैं, जिनमें से अधिकतर का निपटारा कर लिया गया है।

 

जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश मंे महत्वाकांक्षी योजना ‘हिमकेयर’ आरम्भ की गई है, जिसके अंतर्गत 5.50 लाख परिवारों को पंजीकृत किया गया है और एक लाख से अधिक लोगों ने उपचार सुविधा का लाभ उठाया है, जिसपर 91.43 करोड़ रुपये खर्च किए गए है। प्रदेश सरकार ने गंभीर बीमारियों से पीड़ित गरीब लोगों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से सहारा योजना आरम्भ की है। इस योजना के अंतर्गत पात्र रोगियों को दो हजार रुपये प्रतिमाह की वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है और अब प्रदेश सरकार द्वारा इस वित्तीय सहायता को बढ़ाकर तीन हजार रुपये प्रतिमाह कर दिया गया है।

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि लगभग 2.78 लाख महिलाओं को उज्ज्वला और हिमाचल गृहिणी सुविधा योजना के अंतर्गत निःशुल्क गैस कनैक्शन प्रदान किए हैं और हिमाचल प्रदेश देश का पहला धंुआ रहित राज्य बन गया है जहां सभी घरों में गैस कनैक्शन उपलब्ध हैं। प्रदेश सरकार ने आवासहीन लोगों को आश्रय प्रदान करने के उद्देश्य से वर्तमान बजट में 10 हजार घरों के निर्माण का लक्ष्य रखा है। कोई भी सरकार सभी युवाओं को केवल सरकारी क्षेत्र में रोज़गार प्रदान नहीं कर सकती है इसलिए प्रदेश सरकार ने प्रदेश के युवाओं को स्वरोज़गार अपनाने को प्रेरित करने के लिए मुख्यमंत्री स्वावलम्बन योजना आरम्भ की है। उन्होंने कहा कि युवाओं को 25 प्रतिशत अनुदान प्रदान किया जा रहा है जबकि इस योजना के अंतर्गत महिला उद्यमियों को 30 प्रतिशत अनुदान प्रदान किया जा रहा है।  

 

जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश की 90 प्रतिशत आबादी ग्रामीण क्षेत्रों में रहती है इसलिए राज्य सरकार इन क्षेत्रों के विकास को विशेष प्राथमिकता दे रही है। उन्होंने कहा कि किसानों तथा बागवानों की आय को दोगुना करने के लिए कई विभिन्न कृषि योजनाएं चलाई गई हैं। जंगली जानवरों से फसल की रक्षा करने में मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना लाभकारी सिद्ध हुई है जिससे 80.36 करोड़ रूपये की लागत से 2600 किसान लाभान्वित हुए हैं। उन्होंने कहा कि बागवानों के लिए एंटी हेलनेट योजना कारगर सिद्ध हुई है।

 

मुख्यमंत्री ने राज्य को उदार वित्तीय सहायता जारी करने तथा विभिन्न परियोजनाओं को स्वीकृत करने के अतिरिक्त गरीबों, किसानों, रेहड़ी-फड़ी वालों, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों, प्रवासी मजदूरों और समाज के अन्य कमजोर वर्गों के लिए आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए 20 लाख करोड़ का आर्थिक पैकेज की घोषणा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का विशेष आभार व्यक्त किया।

 

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत देश के गरीब परिवार नवम्बर, 2020 तक मुफ्त राशन प्राप्त कर सकेंगे। राज्य में प्रधानमंत्री जनधन योजना के तहत महिलाओं के 5.90 लाख खातों में सीधी 500 रूपये प्रतिमाह आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है तथा प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत 8.74 लाख किसानों को 2000 रूपये प्रतिमाह दिए जा रहे हैं।

 

जय राम ठाकुर ने कोरोना योद्धाओं को उनके बहुमूल्य योगदान तथा राज्य के लोगों का सरकार द्वारा समय-समय पर दिए गए दिशा-निर्देशों का पालन करने में सहयोग प्रदान करने के लिए धन्यवाद किया। उन्होंने एचपीएसडीएमए कोविड-19 फण्ड में उदारतापूर्वक अंशदान करने के लिए राज्य के लोगों का भी आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि फण्ड में 82.48 करोड़ रूपये का अंशदान प्राप्त हुआ जिसमें से 22.08 करोड़ रूपये कोविड-19 देखभाल पर व्यय किए गए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने आशा कार्यकर्ताओं को मार्च से जून, 2020 तक 1000 रूपये प्रतिमाह की सहायता तथा जुलाई व अगस्त माह में 2000 की बढ़ी हुई राशि प्रदान की।

 

मुख्यमंत्री ने निदेशक सूचना एवं प्रोैद्योगिकी आशुतोष गर्ग को मुख्यमंत्री सेवा संकल्प-1100 हैल्पलाईन के माध्यम से प्रदेश की जनता की समस्याओं के समाधान के लिए तथा सिरमौर जिला के पूर्व उपायुक्त ललित जैन को पर्यावरण संरक्षण एवं रोजगार सृजन के लिए हिमाचल प्रदेश सिविल सर्विस अवार्ड वर्ष 2020 से सम्मानित किया।

 

उन्होंने मण्डी के वरिष्ठ पत्रकार तथा प्रसिद्ध छायाकार बीरबल शर्मा को हिमाचल गौरव पुरस्कार-2020 प्रदान किया। इसके अतिरिक्त मण्डी जिला के जाने-माने गायक बालकृष्ण शर्मा, विख्यात चिकित्सक मंगत राम डोगरा तथा लोक गायक नरेन्द्र ठाकुर को भी हिमाचल गौरव पुरस्कार-2020 से सम्मानित किया।

 

उन्होंने ऊना जिला के भरवाईं क्षेत्र के संदीप कुमार को सामाजिक एवं साहसिक कार्यों के लिए जबकि खेल के क्षेत्र में प्रशंसनीय एवं उत्कृष्ट योगदान के लिए शिमला जिला की अन्तर्राष्ट्रीय महिला क्रिकेट खिलाड़ी सुषमा वर्मा को भी सम्मानित किया।

 

उन्होंने इस अवसर पर नशा निवारण वैन को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया।

 

इस अवसर पर शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह ठाकुर, सांसद रामस्वरूप शर्मा, विधायक सुरेन्द्र शौरी, किशोरी लाल, जवाहर ठाकुर और सुन्दर सिंह ठाकुर, पूर्व सांसद महेश्वर सिंह, पूर्व मंत्री सत्यप्रकाश ठाकुर, एचपीएमसी के उपाध्यक्ष राम सिंह, हस्तकरघा एवं हस्तशिल्प के उपाध्यक्ष संजीव कटवाल, मुख्य सचिव अनिल खाची, पुलिस महानिदेशक संजय कुण्डु, कुल्लू की उपायुक्त डा. ऋचा वर्मा और सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के निदेशक हरबंस सिंह ब्रसकोन भी उपस्थित थे।