मंगलवार, 3 नवंबर 2020

शिक्षा निदेशक डॉ. आर.एस. हुड्डा ने प्रशिक्षण के दौरान विशेषज्ञों ने प्रशिक्षणार्थियों को सब्जी के बेहतर उत्पादन के साथ-साथ गृह वाटिका तैयार करने के टिप्स...

 संवाददाता चंडीगढ़ हरियाणा 

चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय,हिसार के सायना नेहवाल कृषि प्रौद्योगिकी प्रशिक्षण एवं शिक्षण संस्थान में तीन दिवसीय ‘सब्जी उत्पादन एवं गृह वाटिका हेतू नर्सरी तैयार करना’ विषय पर ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन अवसर पर संस्थान के सह-निदेशक डॉ. अशोक गोदारा ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए इस प्रशिक्षण का अधिक से अधिक लाभ उठाने का आह्वान किया।

प्रशिक्षण की आयोजक विस्तार शिक्षा निदेशक डॉ. आर.एस. हुड्डा ने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान विशेषज्ञों ने प्रशिक्षणार्थियों को सब्जी के बेहतर उत्पादन के साथ-साथ गृह वाटिका तैयार करने के टिप्स बताए। इसके अलावा सब्जी उत्पादन में नर्सरी को तैयार करने के महत्व के साथ-साथ गृृह वाटिका को तैयार करने की विधि की भी जानकारी दी।

 संस्थान की सहायक निदेशक डॉ. उषा वशिष्ठ ने प्रशिक्षणार्थियों को बताया कि नर्सरी तैयार करने से पहले जमीन का चुनाव बहुत ही जरूरी है। इसके बाद उस मिट्टी की जांच व उसमें मौजूद पोषक तत्वों की जानकारी हासिल करें। इसके बाद ही नर्सरी को तैयार करें।

सब्जी विज्ञान विभाग के सहायक वैज्ञानिक एवं प्रशिक्षण के संयोजक डॉ. देवेंद्र कुमार ने प्रशिक्षणार्थियों को नर्सरी तैयार करने की विभिन्न आधुनिक तकनीकों की जानकारी दी। डॉ. एस.के. तेहलान ने किसानों को सर्दियों के मौसम की सब्जियों जैसे प्याज, लहसुन, पालक, मेथी, फूलगोभी और गोभी की खेती के लिए प्रोत्साहित किया। डॉ. राकेश चुघ ने सब्जियों को बीमारी से बचाने के लिए सुझाव दिए। डॉ. भूपेंद्र सिंह व डॉ. निर्मल कुमार ने भी अपने विचार रखे।